Social Icons

Sunday, December 22, 2013

Widgets

kabhi tuje bhulana chhaha

कभी तुझे भुलाना चाहा,
कभी तुझे मनाना चाहा,
मैंने जब भी चाहा सिर्फ,
तुझे ही चाहा,
जाने क्या बात लिखी थी मेरी किस्मत में,
तूने जब भी चाहा सिर्फ मुझे रुलाना ही चाहा.

No comments:

Post a Comment