खुशहाली में इक बदहाली,
तू भी है और मैं भी हूँ हर निगाह पर एक सवाली,
तू भी है और मै भी हूँ दुनियां कुछ भी अर्थ लगाये,
हम दोनों को मालूम है भरे-भरे पर ख़ाली-ख़ाली ,
तू भी है और मै भी हूँ…
तू भी है और मैं भी हूँ हर निगाह पर एक सवाली,
तू भी है और मै भी हूँ दुनियां कुछ भी अर्थ लगाये,
हम दोनों को मालूम है भरे-भरे पर ख़ाली-ख़ाली ,
तू भी है और मै भी हूँ…
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